उत्तर प्रदेश

फर्रुखाबाद जिले के जेल के खाने को मिला 5 स्टार रेटिंग

UP Government :मूमन जब कहीं किसी अपराधी को सुधारने की बात शुरु होती है. तो यही कहा जाता है कि एक बार जेल की चक्की का पिसा आटा खाकर अच्छे-अच्छे के दिमाग ठिकाने आ जाते हैं. चाहे वो कितना ही बड़ा तुर्रम खां क्यों न हो या फिर यह भी कहा जाता है कि जेल में कैदियों की दाल में पानी और नमक के अलावा दूसरी चीज नहीं होती है.

जबकि कैदियों की रेटियों का आटा पांवों से गुंदवाया जाता है, नहीं अब ऐसा हर जेल में नहीं रह गया.

विशेषकर यूपी की फर्रुखाबाद जिले की फतेहगढ़ जिला जेल में तो कतई नहीं. योगी सरकार और जेल महानिदेशालय के प्रयासों से इस जेल के खाने को तो 5 स्टार FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण) की रेटिंग जो मिल गई है. अपने आप में यह न केवल उत्तर प्रदेश की एक इस जेल के सम्मान की बात है. इस नायाब तोहफे ने सूबे की बाकी तमाम जेलों में भी, इस तरह का काम पेश करने की उम्मीदें जगा दी है. जेल के खाने को लेकर समाज में फैली तमाम अनगर्ल बातों पर फर्रुखाबाद जिले की फतेहगढ़ जेल को हासिल इस सम्मान ने विराम लगा दिया है.

ईट राइट कैंपस योजना

अगर अब ऐसा कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी. फर्रूखाबाद जिले की फतेहगढ़ सेंट्रल जेल ने कैदियों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता के लिए, भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) से फाइव स्टार रेटिंग जो प्राप्त कर ली है. इन तमाम तथ्यों की पुष्टि खुद सहायक आयुक्त (खाद्य)-II फर्रुखाबाद सय्यद शाहनवाज हैदर आबिदी भी करते हैं. इस जेल को यह सम्मान ईट राइट कैंपस योजना के तहत चलाए गए अभियान के दौरान मिला है.

FSSAI लाइसेंस वाला राज्य का पहला जेल

यह सम्मान फतेहगढ़ जिला जेल के साथ ही डॉ. राम मनोहर लोहिया जिला पुरुष अस्पताल को भी हासिल हुआ है. इन तमाम तथ्यों की पुष्टि जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने मीडिया से की. डीएम ने कहा कि हमें मार्च 2022 में FSSAI का लाइसेंस मिला था. इसी के साथ अब जब FSSAI के मानकों पर जिला जेल फतेहगढ़ खरी उतरी तो, वो राज्य की ऐसी पहली जेल भी बन गई जिसे, यह सम्मान हासिल हुआ है. इन तमाम तथ्यों की पुष्टि टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत में खुद फतेहगढ़ जिला जेल के सुपरिंटेंडेंट भीम सेन मुकुंद भी करते हैं.

भीम सेन मुकुंद, उत्तर प्रदेश जेल सेवा के वही चर्चित अफसर हैं जिनकी काबिलियत और काम का लोहा, बीते साल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मान चुके हैं. इतना ही नहीं गायों को उत्थान के लिए और उन्हें ठंड से बचाने के लिए कैदियों के इस्तेमाल से फटे पुराने कंबलों से, गायों को ठंड से बचाने के लिए उनके कंबल बनाने के काम ने इन्हीं भीमसेन मुकुंद को रातों-रात दुनिया की नजरों में ला दिया था.

प्रधानमंत्री ने भी की तारीफ

प्रधानमंत्री ने तो गायों की सेवा के लिए जेल अफसर द्वारा किए गए उन कामों की चर्चा अपने चर्चित कार्यक्रम ‘मन की बात’ में भी किया था, जिससे न केवल दबंग जेल सुपरिंटेंडेंट भीम सेन मुकुंद रातों रात यूपी जेल प्रशासन के ‘रोल-मॉडल’ बन गए, बल्कि उनके इस सत्कर्म के चलते तमाम कैदियों को जेल में रोजगार का नया रास्ता भी अख्तियार हो गया. साथ ही गायों की सेवा के प्रति प्रतिबध राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी, इस जेल अफसर के उस शानदार प्रदर्शन के कायल हो गए थे. अब जब भीम सेन मुकुंद फतेहगढ़ जिला जेल का सर्वे-सर्वा हैं तो, उनकी जेल को सूबे की तमाम जेलों में से सबसे पहले 5-स्टार FSSAI का तोहफा भी मिल गया.

UP Government UP Government


यहाँ पढ़े : युवती से दुष्कर्म के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल

ई-पेपर :http://www.divyasandesh.com 

Related Articles

Back to top button