अबूझमाड़ में कलेक्टर ने लगाई जनदर्शन चौपाल
नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में ग्रामीणों की समस्या सुनने और उन्हें शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने पहली बार कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने जनदर्शन चौपाल लगाई। इस दौरान कलेक्टर ने उनकी समस्याओं को सुना और तत्काल शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने अधिकारियों को निर्देशित किया। कल हुए कलेक्टर जनदर्शन में 165 आवेदन प्राप्त हुए एवं 500 से अधिक हितग्राहियों को सामग्री का वितरण किया गया। अपनी समस्या का मौके पर ही निराकरण होने से ग्रामीणों में काफी उत्साह देखने को मिला।
नवपदस्थ कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी की कार्यशैली चर्चा का विषय बनी हुई है। अंदरूनी क्षेत्रों तक जाकर आदिवासियों के बीच चर्चा कर निर्णय लेने का फैसला कारगर दिखाई देने लगा है। इस जनदर्शन में खासियत ये रही कि 30 से 35 किलोमीटर पैदल दूरी तय कर अबुझमाड़िया लोग जनदर्शन में पहुंचे, जिसमें वृद्धजनों को पेंशन स्वीकृत की गई। नारायणपुर जिले का अबूझमाड़ वही क्षेत्र है, जो देश दुनिया के लिए अभी भी रहस्य बना हुआ है। अबूझमाड़ बाहरी दुनिया और उसके विकास के सिद्धांत से अब तक अनछुआ है। इस अत्यंत दुर्गम इलाके में अबुझमाड़िया जनजाति निवास करती है। यह आदिवासी क्षेत्र लंबे समय से नक्सलियों का शिकार बना हुआ है। इस क्षेत्र में 236 गांव है, जिनकी आबादी 5000 से भी कम है। अंदरूनी इलाकों में जाने का सिर्फ पैदल जाने का ही रास्ता है।