आज से आरंभ होगा देश का सबसे बड़ा ‘ड्रोन महोत्सव’, PM मोदी करेंगे उद्घाटन
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में देश के सबसे बड़े ‘ड्रोन महोत्सव’ का आज उद्घाटन करेंगे। जी हाँ और इस दौरान प्रधानमंत्री ड्रोन परिचालनों के साक्षी भी बनेंगे। आप सभी को बता दें कि प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी किये गए एक बयान के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 27 मई को सुबह 10 बजे देश के सबसे बड़े ड्रोन महोत्सव भारत ड्रोन महोत्सव 2022 (Bharat Drone Mahotsav 2022) का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा बयान में यह भी कहा गया है कि प्रधानमंत्री किसान ड्रोन चालकों से भी बातचीत करेंगे, खुले में ड्रोन के परिचालन के साक्षी बनेंगे और ड्रोन प्रदर्शनी केन्द्र में स्टार्टअप के साथ भी संवाद करेंगे।
आप सभी को बता दें कि यह कार्यक्रम दो दिन तक चलेगा। जी हाँ और इस कार्यक्रम में सरकारी अधिकारियों, विदेशी राजनयिकों, सशस्त्र बलों, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, निजी कंपनियों और ड्रोन स्टार्टअप से जुड़े 1,600 से अधिक लोग भाग लेंगे। दिए गए बयान के अनुसार, 70 से अधिक प्रदर्शक (एक्जीबिटर्स) प्रदर्शनी में ड्रोन के विभिन्न इस्तेमालों के संबंध में जानकारी देंगे। इसके अलावा बयान में तो यह भी कहा गया है कि इस महोत्सव में डिजिटल माध्यम से ड्रोन पायलट प्रमाणपत्र बांटे जाएंगे, उत्पादों का उद्घाटन होगा, पैनल चर्चाएं होंगी, परिचालन दिखाए जाएंगे और मेड इन इंडिया ड्रोन टैक्सी की प्रतिकृति दिखाई जाएगी। आप सभी को बता दें कि इस कार्यक्रम की जानकारी पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी है।
जी दरअसल उन्होंने लिखा, ’27 मई को सुबह 10 बजे मैं भारत ड्रोन महोत्सव 2022 में भाग लूंगा। यह मंच इस क्षेत्र में भारत की उपस्थिति बढ़ाने के उद्देश्य से स्टार्टअप्स सहित प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाता है। मैं टेक और इनोवेशन में रुचि रखने वाले सभी लोगों से कार्यक्रम देखने का आग्रह करता हूं।’ आपको पता हो कुछ समय पहले ही उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि ‘बीते पांच महीनों में विमानन नियामक डीजीसीए ने ड्रोन पायलटों के प्रशिक्षण के लिए 23 संस्थानों को मान्यता दी है।’ इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि ‘ड्रोन पायलट प्रशिक्षण पाठ्यक्रम’ का शुल्क अगले तीन-चार महीनों में कम हो जाएगा। इस पाठ्यक्रम की संचालित करने वाले संस्थानों की संख्या बढ़ने जा रही है, जिससे प्रशिक्षण शुल्क में कमी आएगी।’