यूपी की नौकरशाही के लिए रोल मॉडल हैं आईएएस अवनीश अवस्थी
- अगस्त में रिटायरमेंट, एक्सटेंशन मिलने की उम्मीद
लखनऊ। यूपी की नौकशाही के लिए वरिष्ठï आईएएस अवनीश अवस्थी एक प्रेरणादायक पाठ और रोल मॉडल की तरह हैं। 24 घंटे हर किसी के लिए सुलभ रहे वाले इस लोकप्रिय आईएएस अफसर की वर्किंग प्रणाली प्रशिक्षु आईएएस सीख सकते हैं कि विपरीत परिस्थितियों में कैसे सर्वाइव किया जा सके। अगले माह यानी लगभग 45 दिन के बाद रिटायरमेंट को लेकर सत्ता के गलियारों में एक ओर बड़ी चर्चा है कि एक साल का कार्यकाल का एक्सटेंशन मिलने जा रहा है तो दूसरी ओर प्रमुख सचिव गृह के पद के लिए कई अफसर लॉबिंग शुरू कर दिया है।
बताते चलें कि यूपी की नौकरशाही में बहुत कम लोग हैं जो अपनी मेहनत व लगन के बल पर नायक बनकर उभरते हैं, लेकिन 1987 बैच के वरिष्ठï आईएएस और अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ऐसे नायकों की कतार में एक कर्मवीर बनकर उभरे हैं। यूपी सरकार के सबसे काबिल अफसरों में से एक हैं, घर और परिवार से ज्यादा काम को तरजीह देकर एक नये उत्तर प्रदेश की स्थापना में सरकार के हम कदम बनकर चल रहे हैं। आईएएस अवनीश अवस्थी को उत्तर भारत के सबसे योग्य अधिकारियों में गिना जाता है। वर्तमान में वह प्रदेश में सुगम एवं सरल यातायात सुविधाओं के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। जब उत्तर प्रदेश में 2017 में सत्ता परिवर्तन हुआ और मार्च में योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण कर अपनी सरकार को आगे बढाया तो उन्होंने राज्य में सरकार की प्राथमिकताओं को जनता के कल्याण के लिए धरातल पर लाने के लिए वरिष्ठ आईएएस अफसर अवनीश अवस्थी को केन्द्र से मांगा।
साल 2013 से ही केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय मंत्रालय में बतौर जॉइंट सेक्रेटरी के पद पर तैनात चल रहे अवनीश अवस्थी को प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री बनाने के लिए लाया गया था। अवनीश अवस्थी आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं और उन्हें यूपी के कई जिलों में काम करने का अनुभव है। वे सीएम योगी के क्षेत्र गोरखपुर में भी बतौर डीएम रहे हैं। इसके अलावा वे मेरठ, बाराबंकी, वाराणसी, बदायूं, आजमगढ़, फैजाबाद और ललितपुर आदि जिलों में बतौर डीएम तैनात रह चुके हैं। यूपी में गृह विभाग की जिम्मेदारी संभालने के दौरान उन्होंने पुलिस और प्रशासन में बेहतर तालमेल पर जोर दिया। थानों का निरीक्षण किया और जनता में विश्वास जगाने के लिए कृतसंकल्प नजर आये। अवनीश अवस्थी को कार्य के लिए जुनून है। जब वह फैजाबाद के डीएम थे तो उनको रात 11 बजे तक भी कहचरी में डीएम कार्यालय में बैठकर कामकाज निपटाते हुए देखा जा सकता था। काम तो कमोबेश सभी अफसर करते हैं, लेकिन अवनीश अवस्थी की कार्यप्रणाली के तौर तरीके ही निराले हैं।
वह अपने मातहतों को कार्य के लिए प्रेरित तो करते हैं, लेकिन किसी भी काम के लिए उन पर पूरी तरह से निर्भर नहीं रहते हैं, हर कार्य को खुद निपटाने में विश्वास ही उनको जुदा रखता है। निष्ठावान और निष्पक्ष अधिकारी के रूप में वह आज नौकरशाही में एक प्रेरणा बने हुए हैं। सादा जीवन उच्च विचार उनका सबसे उत्तम उदाहरण बना हुआ है। अवनीश अवस्थी यूपी के एक अकेले ऐसे अफसर हैं, जो गृह विभाग के साथ ही उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज, औद्योगिक विकास प्राधिकरण और यूपीडा के सीईओ के रूप में प्रमुख जिम्मेदारियों का एक साथ निर्वहन कर रहे हैं। अवनीश अवस्थी यूपी में पुलिस की छवि बदलने के प्रमुख सूत्रधार भी हैं।
यूपी में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू करवाने, थानों की दशा बदलना, जेलों की व्यवस्था में सुधार, तकनीक के मामले में पुलिस को अपग्रेड करना, उनकी की सफलतम कार्यप्रणाली का हिस्सा हैं। अवनीश अवस्थी वर्तमान में देश के सबसे लम्बे निर्माणाधीन पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के साथ ही बुन्देलखंड एक्सप्रेस वे और गंगा एक्सप्रेस वे की योजना को धरातल पर लाने के मुख्य आर्किटेक्ट भी हैं। अवनीश अवस्थी उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे के प्रमुख होने के नाते इन दिनों यूपी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को आगाज से अंजाम तक पहुंचाने में जुटे हैं।