देवरिया में इस साल अवैध शराब के मामलों में 1909 चढ़े पुलिस के हत्थे
देवरिया। उत्तर प्रदेश की देवरिया पुलिस ने अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाते हुए गुजरते साल में अवैध शराब तस्करों तथा अपराधियों के खिलाफ प्रभावी सख्ती बरतने का दावा किया है। देवरिया पुलिस इस साल जनवरी से दिसंबर तक 1909 लोगों को अवैध शराब की तस्करी के तमाम मामलों में गिरफ्तार करने को अपनी बड़ी उपलब्धि मान रही है।
देवरिया के पुलिस अधीक्षक डा.श्रीपति मिश्र ने आज यहां यूनीवार्ता के साथ अपराध नियंत्रण संबंधी वार्षिक रिपोर्ट कार्ड साझा करते हुये को बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ इस साल पुलिस ने प्रभावी कार्रवाई की। डा मिश्र ने बताया कि अवैध शराब के मामलों में देशी और विदेशी किस्म की शराब को बरामद करते हुए 1896 मुकदमे दर्ज कर 1909 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि एनडीपीएस एक्ट में जिला पुलिस ने इस साल 3 कुन्तल 54 किलो गांजा बरामद किया है। जिसकी कीमत करीब 36 लाख 50 हजार रुपये है।
उन्होंने बताया कि इस साल पुलिस ने सात किलों से ज्यादा चरस को भी बरामद किया है। इस साल बरामद गांजा और चरस की कुल कीमत करीब 43 लाख रूपये से ज्यादा है। डा मिश्र ने वाहन चोरों के खिलाफ भी पुलिस ने कारगर कार्रवाई की। इसके परिणामस्वरूप पुलिस ने इस साल वाहन चोरी के अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चोरी के चार ट्रक बरामद किये। इनकी कीमत करीब एक करोड़ रूपये है। वहीं, सात चार पहिया वाहन जिसकी कीमत करीब 70 लाख रूपये तथा 107 दो पहिया वाहनों को बरामद किया है। इनकी कीमत करीब 64 लाख रूपये है।
उन्होंने बताया कि देवरिया पुलिस ने इस साल गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई करते हुए 30 मुकदमे दर्ज कर 116 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि गैंगस्टर अधिनियम की धारा 14 (1) के तहत छह माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी 2 करोड़ 15 लाख रुपये से ज्यादा की संपत्तियों को जब्त कराया गया है। डा मिश्र ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम(एनएसए) के तहत भी कार्रवाई की गयी है। डा. मिश्र ने बताया कि इस जिले में 47 इनामी अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले में 17 अपराधियों के आपराधिक रिकार्ड को खंगालकर उनकी निगरानी की जा रही है। जिले में गुण्डा एक्ट के तहत 633 अपराधियों का चालान किया गया है। जिसमें 89 अपराधियों को जिला बदर किया गया है। उन्होंने बताया का शस्त्र निरस्तीकरण के मामले में 124 लोगों को चिन्हित किया गया है। जिसमें 119 लोगों के शस्त्र लाइसेंस को निलंबित तथा पांच शस्त्र लाइसेंस को निरस्त किया गया है।