Mock drill: सायरन बजते ही हो जाएं अलर्ट! भारत-पाक तनाव के बीच कल होगी जंग की मॉक ड्रिल – जानें आपको क्या करना है
कल होने वाली मॉक ड्रिल नागरिकों को युद्ध या आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयार रहने में मदद करेगी। जानें सायरन बजने पर क्या करना है.

Mock drill: नई दिल्ली/लखनऊ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए, केंद्र सरकार ने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। गृह मंत्रालय ने कल, 7 मई को देश के कई राज्यों में एक व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को संभावित हवाई हमलों, ब्लैकआउट और अन्य आपातकालीन स्थितियों से बचाने के लिए जागरूक करना और उन्हें इनसे निपटने के लिए तैयार करना है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले, जिसमें कई निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, के बाद से सीमा पर तनाव काफी बढ़ गया है। खुफिया एजेंसियों द्वारा इस हमले के तार पाकिस्तान से जोड़े जाने के बाद, भारत सरकार कड़ी प्रतिक्रिया देने के विकल्पों पर विचार कर रही है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, गृह मंत्रालय ने किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है।
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, इस मॉक ड्रिल में मुख्य रूप से पांच महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। नागरिकों को यह सिखाया जाएगा कि:
- हवाई हमला होने पर क्या करें: सायरन की आवाज सुनते ही तुरंत सुरक्षित स्थानों पर शरण लें, खुले क्षेत्रों से बचें और दीवारों या मजबूत फर्नीचर के पीछे छिपें।
- ब्लैकआउट (बत्ती गुल) होने पर क्या करें: घबराएं नहीं, टॉर्च या अन्य प्रकाश स्रोतों का उपयोग करें, और घर के अंदर ही रहें जब तक कि बिजली वापस न आ जाए या आधिकारिक घोषणा न हो।
- अन्य आपातकालीन स्थितियों में क्या कदम उठाएं: किसी भी अप्रिय घटना जैसे बम विस्फोट या प्राकृतिक आपदा के दौरान शांति बनाए रखें, अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें और एक-दूसरे की मदद करें।
- अपनी सुरक्षा कैसे सुनिश्चित करें: अपने घरों में प्राथमिक चिकित्सा किट और आवश्यक वस्तुओं का स्टॉक रखें, आपातकालीन संपर्क नंबर याद रखें और अपने आसपास की गतिविधियों पर नजर रखें।
- जागरूकता और तैयारी का महत्व: इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को यह समझाना है कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूर्व तैयारी कितनी महत्वपूर्ण है।
इससे पहले, पंजाब के फिरोजपुर छावनी बोर्ड ने भी ब्लैकआउट की स्थिति में तैयारियों का जायजा लेने के लिए रविवार रात 30 मिनट का ब्लैकआउट रिहर्सल किया था। यह दर्शाता है कि स्थानीय प्रशासन भी संभावित खतरे को लेकर गंभीर है और नागरिकों की सुरक्षा के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को “दुनिया के आखिरी छोर तक” ढूंढकर “उनकी कल्पना से भी” कठोर सजा देने का संकल्प लिया है। उन्होंने शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ कई उच्चस्तरीय बैठकें भी की हैं, जिससे सरकार की गंभीरता का पता चलता है। इस हमले में 26 नागरिकों की जान गई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
कल होने वाली यह मॉक ड्रिल नागरिकों को यह संदेश देगी कि सरकार उनकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और उन्हें किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। सायरन बजते ही अलर्ट हो जाएं और इस महत्वपूर्ण अभ्यास में सक्रिय रूप से भाग लें। यह आपकी और आपके प्रियजनों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
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