भारत रफ्तार पकड़ रहा है! धमाकेदार विकास का राज क्या?
7 बड़े कारण बता रही हैं वैश्विक एजेंसियां
India: नई दिल्ली, 21 फरवरी: भारत की रफ्तार तेज! वित्त मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन और 7% से अधिक विकास अनुमान से उत्साहित होकर कई वैश्विक एजेंसियों ने भारत के विकास अनुमान को बढ़ा दिया है। ये हैं वो प्रमुख वजह…
लचीली अर्थव्यवस्था, मजबूत नीतियां: रिपोर्ट बताती है कि भू-राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था लचीली बनी हुई है और अपने विकास पथ पर मजबूती से आगे बढ़ रही है। साथ ही सरकार की आर्थिक सुधारों और अगले वित्त वर्ष के बजट में किए गए उपायों को विकास को गति देने में अहम माना जा रहा है।
राजकोषीय सुधार, घाटा घटाने की प्रतिबद्धता: रिपोर्ट के अनुसार पूंजीगत व्यय बढ़ाने के बावजूद सरकार ने कुल व्यय में संतुलन बनाए रखा है। साथ ही राजकोषीय घाटा कम करने की दिशा में भी सरकार प्रतिबद्ध है। वित्त वर्ष 2024 के लिए घाटा अनुमान घटाकर 5.8% कर दिया गया है।
व्यापार घाटा घटा, मुद्रास्फीति पर नियंत्रण: वैश्विक मंदी के असर से भले ही निर्यात प्रभावित हुआ हो, लेकिन व्यापार घाटा कम होना राहत की खबर है। साथ ही खाद्य पदार्थों सहित आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में गिरावट से मुद्रास्फीति का दबाव भी कम हुआ है।
रोजगार सृजन में तेजी, सामाजिक कल्याण पर जोर: रिपोर्ट में बताया गया है कि शहरी बेरोजगारी दर घटकर 6.5% हो गई है, जो सबसे कम है। साथ ही सरकार गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों के उत्थान के लिए कई कदम उठा रही है। शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर भी बढ़ते खर्च से सामाजिक कल्याण पर सरकार का जोर साफ झलकता है।
अभी और बाधाएं, लेकिन भविष्य उज्ज्वल: रिपोर्ट यह भी स्वीकारती है कि वैश्विक चुनौतियों का असर बना रहेगा, लेकिन भारत की मजबूत बुनियाद और सुधारवादी नीतियों के चलते भविष्य उज्ज्वल है।
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