राष्ट्रीय

Jharkhand News: झारखंड के निर्यातकों के लिए ब्रिटेन-भारत FTA से खुले नए द्वार: बंपर लाभ की उम्मीद!

Jharkhand News: रांची, – भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर से झारखंड के स्थानीय कारोबारियों और निर्यातकों के लिए नए अवसरों की राह खुल गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौता राज्य के प्रमुख निर्यात उत्पादों को ब्रिटिश बाजारों में अभूतपूर्व पहुंच प्रदान करेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बड़ा बढ़ावा मिलेगा।

मुख्य निर्यात उत्पादों को मिलेगा बूस्ट

यह समझौता विशेष रूप से झारखंड के शीर्ष निर्यात उत्पादों को लाभान्वित करेगा, जिनमें इंजीनियरिंग गुड्स (कुल निर्यात का 40.73%), माइका, कोयला, लौह अयस्क, रेडीमेड गारमेंट्स और जैविक रसायन शामिल हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि FTA के तहत इन उत्पादों पर ब्रिटिश बाजार में आयात शुल्क में भारी छूट मिलेगी, जिससे झारखंड के उत्पाद वैश्विक स्तर पर अधिक प्रतिस्पर्धी बन सकेंगे।

झारखंड कंज्यूमर प्रोडक्ट डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष, संजय अखौरी ने कहा, “यह समझौता छोटे और मध्यम उद्यमों (SMEs) को सीधा लाभ पहुंचाएगा। यूके में भारी उद्योग, कंस्ट्रक्शन और ऑटोमोबाइल क्षेत्रों में झारखंड के उत्पादों की मांग बढ़ सकती है। हैंडीक्राफ्ट सहित अन्य उत्पादों को भी नया बाजार मिलेगा।”

Jharkhand News: व्यापार सुगमता और लागत में कमी

कारोबारियों का मानना है कि इस समझौते से व्यापारिक प्रक्रियाएं काफी आसान होंगी, जिससे लॉजिस्टिक्स लागत में कमी आएगी और निर्यात का समय भी सुधरेगा। यह व्यापार की दक्षता में सुधार करेगा और झारखंड के उत्पादों को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में अधिक आकर्षक बनाएगा।

इंजीनियरिंग गुड्स का बढ़ता प्रभुत्व

झारखंड से निर्यात होने वाले कुल उत्पादों में इंजीनियरिंग गुड्स का सबसे बड़ा हिस्सा है, जो 40.73% है। FTA से इस क्षेत्र को विशेष रूप से बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, क्योंकि यूके में भारी उद्योग, कंस्ट्रक्शन और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में झारखंड के उत्पादों की मांग बढ़ने की प्रबल संभावना है।

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, झारखंड के निर्यात में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। अप्रैल से नवंबर 2023-24 में राज्य का कुल निर्यात ₹8,888.64 करोड़ था, जो 2024-25 की इसी अवधि में बढ़कर ₹10,831.16 करोड़ हो गया। यह लगभग ₹2,000 करोड़ की प्रभावशाली वृद्धि है, जो राज्य के निर्यात क्षेत्र की बढ़ती क्षमता को दर्शाती है।

रोजगार सृजन का इंजन

स्थानीय कारोबारियों का मानना है कि निर्यात में वृद्धि से राज्य में उत्पादन बढ़ेगा, जिससे स्वाभाविक रूप से रोजगार के अधिक अवसर पैदा होंगे। विशेष रूप से रेडीमेड गारमेंट्स, हैंडीक्राफ्ट और मसालों जैसे श्रम-गहन उत्पादों की मांग ब्रिटेन में तेजी से बढ़ सकती है, जिससे इन क्षेत्रों में स्थानीय रोजगार को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलेगा।

यह FTA झारखंड के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो राज्य को वैश्विक व्यापार मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करने और स्थानीय उद्योगों के लिए समृद्धि के नए द्वार खोलने की क्षमता रखता है।

Jharkhand News

यह भी पढ़े: Lucknow Development: लखनऊ में विकास की बहार: मोती पार्क से चरक चौराहा रीडिजाइन तक, जानें पूरी खबर!

इ-पेपर : Divya Sandesh

 

Related Articles

Back to top button