Mandir: बिहार: गया में मां मंगला गौरी मंदिर – मनोकामना पूर्ति का धाम
मनोकामनाओं को पूरा करने वाली देवी मां मंगला गौरी का धाम
Mandir: गया (बिहार), आस्था का केंद्र माने जाने वाला बिहार राज्य, अपने ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है। इन्हीं में से एक है गया स्थित मां मंगला गौरी का प्रसिद्ध मंदिर। यह मंदिर देश के महत्वपूर्ण शक्तिपीठों में गिना जाता है।
कहां स्थित है मंदिर?
गया शहर के बोधगया मार्ग पर स्थित भस्मकुट पर्वत पर मां मंगला गौरी का मंदिर स्थित है। यहां दूर-दराज से श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए आते हैं।
क्यों खास है ये मंदिर?
- पौराणिक महत्व: पौराणिक कथाओं के अनुसार, सती माता के विभिन्न अंग पृथ्वी पर गिरे थे, जहां शक्तिपीठ स्थापित हुए। इनमें से माता सती का वक्षस्थल गया के भस्मकुट पर्वत पर गिरा था। इसीलिए, इस मंदिर को शक्तिपीठ माना जाता है।
- मनोकामना पूर्ति: मान्यता है कि मां मंगला गौरी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं। यही कारण है कि नवरात्रि के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
- अखंड ज्योति: कई वर्षों से मंदिर में अखंड ज्योति जल रही है। श्रद्धालु दर्शन कर पूजा-पाठ करते हैं।
कब जाएं दर्शन के लिए?
नवरात्रि के अलावा, हर मंगलवार को भी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलती है।
कैसे पहुंचें मंदिर?
गया रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे से मंदिर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। साथ ही, गया शहर के विभिन्न स्थानों से मंदिर के लिए बसें भी उपलब्ध हैं।
अन्य जानकारी:
- मंदिर परिसर में कई देवी-देवताओं की मूर्तियां भी हैं।
- भक्त मंदिर परिसर में स्थित कुंड में स्नान भी कर सकते हैं।
मां मंगला गौरी का मंदिर न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि आध्यात्मिक शांति पाने का स्थान भी है। यदि आप कभी बिहार आएं, तो गया स्थित इस मंदिर के दर्शन जरूर करें।
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