राष्ट्रीय

Operation Sindoor: भारतीय वायुसेना का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ डमी एयरक्राफ्ट से पाकिस्तान को बनाया मूर्ख, ध्वस्त किए आतंकी ठिकाने

भारतीय वायुसेना की चालाकी और ब्रह्मोस मिसाइल के इस्तेमाल से पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों का हुआ सफाया।

Operation Sindoor: नई दिल्ली पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत ऐसी रणनीति अपनाई कि दुश्मन देश के होश उड़ गए। वायुसेना ने नकली विमानों का इस्तेमाल कर पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम को धोखा दिया और उनके कब्जे वाले 9 आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक तबाह कर दिया। इस साहसिक ऑपरेशन ने न केवल आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचाया, बल्कि भारत की रणनीतिक क्षमता का भी लोहा मनवाया।

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश में आक्रोश था। इस हमले के जवाब में भारत सरकार ने कड़ी कार्रवाई का फैसला लिया। भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम देते हुए पाकिस्तान और पीओके में सक्रिय 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाया। लेकिन इस ऑपरेशन की सबसे खास बात यह रही कि भारतीय वायुसेना ने अपनी चतुराई से पाकिस्तानी सेना को चकमा देने में सफलता हासिल की।

सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने 9-10 मई की रात को पाकिस्तान के 12 में से 11 एयर बेस को निशाना बनाने की योजना बनाई। लेकिन इससे पहले, वायुसेना ने नकली लड़ाकू विमानों का एक जाल बिछाया। पाकिस्तानी रडार ने इन डमी एयरक्राफ्ट को असली विमान समझा और अपने अत्याधुनिक HQ-9 मिसाइल सिस्टम को सक्रिय कर दिया। यही उनकी सबसे बड़ी भूल साबित हुई। जैसे ही उनके डिफेंस सिस्टम की लोकेशन भारतीय वायुसेना के राडार में आई, भारतीय सेना ने बिना किसी मुश्किल के उन ठिकानों को निशाना बना लिया।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत ने ब्रह्मोस, स्कैल्प, रैम्पेज और क्रिस्टल मेज जैसी लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल किया। इन मिसाइलों ने पाकिस्तानी एयर बेस के रनवे, हैंगर और संचार ढांचे को पूरी तरह से नष्ट कर दिया। खबरों की मानें तो सिंध प्रांत में पाकिस्तान का एक एयर अलर्ट विमान और कई ड्रोन भी इस हमले में तबाह हो गए। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस ऑपरेशन में ब्रह्मोस मिसाइल का पहली बार इस्तेमाल किया गया और इसका परिणाम इतना भयावह था कि पाकिस्तान जवाबी कार्रवाई करने की हिम्मत भी नहीं जुटा सका।

हमलों से बौखलाए पाकिस्तान ने तुरंत भारत के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) से संपर्क किया और सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए ‘समझौते’ की गुहार लगाई। यह भारत की सैन्य शक्ति और रणनीतिक कुशलता का जीता-जागता प्रमाण है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कुछ महत्वपूर्ण बातें:

  • इस पूरे मिशन का नेतृत्व पश्चिमी वायु कमान और दक्षिण-पश्चिमी वायु कमान ने संयुक्त रूप से किया।
  • पाकिस्तानी वायुसेना ने क्रूज मिसाइलें, ड्रोन और जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से जवाबी हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारत के S-400, MRSAM और आकाश मिसाइल सिस्टम ने उनके सभी प्रयासों को विफल कर दिया।
  • भारतीय वायुसेना की नकली विमानों की रणनीति ने पाकिस्तान के रडार सिस्टम को पूरी तरह से भ्रमित कर दिया, जिससे उन्हें अपने ही रक्षा ठिकानों की जानकारी अनजाने में भारत को दे दी।

हालांकि, अपनी नापाक हरकतों से बाज न आते हुए, पाकिस्तान ने युद्धविराम के कुछ घंटों बाद ही जम्मू-कश्मीर में ड्रोन और धमाकों की कोशिश की। लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन हवाई खतरों को भी नाकाम कर दिया।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का एक मजबूत और निर्णायक जवाब है। भारतीय वायुसेना की बुद्धिमत्ता और सेना की ताकत ने यह साबित कर दिया है कि भारत अपनी सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर है। पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश मिल गया होगा कि भारत किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।

(Operation Sindoor) (Operation Sindoor)

यह भी पढ़े: Poornam Kumar Shaw: BSF जवान की आपबीती पाकिस्तान में सोने की इजाजत नहीं, ब्रश करने पर भी रोक, जासूसों की तरह हुई पूछताछ

इ-पेपर : Divya Sandesh

Related Articles

Back to top button