IPL 2025:14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने IPL में ठोका तूफानी शतक, तोड़ा इस दिग्गज का रिकॉर्ड, कभी इस कप्तान के अंडर खेले थे अय्यर-सैमसन!

IPL 2025: नई दिल्ली इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में एक नया सितारा उभरा है – 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी। राजस्थान रॉयल्स के इस युवा बल्लेबाज ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ मात्र 35 गेंदों में तूफानी शतक जड़कर इतिहास रच दिया है। इस शानदार पारी के साथ ही सूर्यवंशी सबसे कम उम्र में टी20 शतक बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं, उन्होंने इस मामले में पूर्व अंडर-19 कप्तान विजय जोल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि विजय जोल एक समय भारतीय क्रिकेट में एक बड़ा नाम थे। उन्होंने अंडर-19 स्तर पर कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाए थे, जिसमें महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए नाबाद 451 रनों की उनकी पारी आज भी याद की जाती है। जोल ने 2014 के अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम की कप्तानी भी की थी, और उनकी कप्तानी में श्रेयस अय्यर, संजू सैमसन, सरफराज खान, आवेश खान, कुलदीप यादव और दीपक हुड्डा जैसे आज के बड़े सितारे खेले थे।
हालांकि, क्रिकेट की दुनिया अप्रत्याशित है। जिस विजय जोल ने कम उम्र में इतनी सुर्खियां बटोरीं, आज वे गुमनामी के अंधेरे में खो गए हैं। उन्होंने इंडिया-ए के लिए फर्स्ट क्लास डेब्यू में शतक लगाया था और उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने भी खरीदा था, लेकिन उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले। घरेलू क्रिकेट में भी खराब फॉर्म और चोटों के कारण वे धीरे-धीरे टीम से बाहर होते चले गए। नवंबर 2019 में उन्होंने अपना आखिरी फर्स्ट क्लास मैच खेला और उसके बाद से वे घरेलू क्रिकेट से भी गायब हैं। आज उनकी उम्र सिर्फ 30 साल है, जबकि उनके कई साथी खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं।
अब क्रिकेट जगत में यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या वैभव सूर्यवंशी भी इसी राह पर चलेंगे या वे अपनी प्रतिभा को बरकरार रखते हुए एक सफल करियर बनाएंगे। फिलहाल, राजस्थान रॉयल्स के खेमे में राहुल द्रविड़ जैसे अनुभवी मार्गदर्शक मौजूद हैं, जो युवा प्रतिभाओं को निखारने की कला बखूबी जानते हैं।
वैभव सूर्यवंशी की इस शानदार उपलब्धि ने एक बार फिर युवा प्रतिभाओं की ताकत को दर्शाया है। उनकी यह पारी न केवल रिकॉर्ड तोड़ है, बल्कि यह अन्य युवा खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। क्रिकेट पंडितों और प्रशंसकों की निगाहें अब इस युवा सनसनी पर टिकी रहेंगी कि वे इस शुरुआती सफलता को कैसे आगे बढ़ाते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वैभव सूर्यवंशी भारतीय क्रिकेट के भविष्य के एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनते हैं या विजय जोल की तरह गुमनामी के शिकार हो जाते हैं।
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