Jal Nigam: लखनऊ: सीवर सफाई में लापरवाही! बाप-बेटे की मौत, दो अफसर सस्पेंड
सुरक्षा नियमों की अनदेखी! लखनऊ में सीवर सफाई के दौरान हुई मौतों ने उठाए सवाल
Jal Nigam: लखनऊ में सीवर सफाई के दौरान सुरक्षा नियमों को ताख़ल मानने का खामियाजा एक सफाईकर्मी और उसके बेटे को अपनी जान गंवाकर भुगतना पड़ा.
महत्वपूर्ण बिंदू:
- रेजीडेंसी क्षेत्र में सफाई के दौरान जहरीली गैस से हुई मौत
- सोबरन यादव (56) और सुशील यादव (28) की हुई मौत की पुष्टि
- सुरक्षा उपकरणों के बिना सीवर में उतारे जाने का आरोप
- जल निगम के 2 अधिकारियों को निलंबित कर कार्यवाही
जानिए पूरा मामला
लखनऊ के रेजीडेंसी इलाके में 1 मई को सीवर सफाई के दौरान एक सफाईकर्मी और उसके बेटे की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार, सफाईकर्मी सोबरन यादव और उनके बेटे सुशील यादव को बिना किसी सुरक्षा उपकरण के सीवर में उतारा गया था. जहरीली गैस की वजह से दोनों की हालत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई.
सरकार की सख्त कार्रवाई
घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार हरकत में आई है. नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जल निगम के दो अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं. साथ ही, सफाई का काम करवाने वाली कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं.
राष्ट्रीय मुद्दा बनती सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा
लखनऊ की ये घटना देशभर में सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़ा करती है. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 2014 में ही मैनुअल सफाई पर रोक लगा दी थी. इसके बाद भी कई जगहों पर सफाई कर्मचारियों को असुरक्षित दशा में काम करना पड़ता है. राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 2020 से 2024 के बीच सीवर सफाई के दौरान 631 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है.
क्या है समाधान?
केंद्र और राज्य सरकारों को सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है. मैनुअल सफाई पर पूरी तरह से रोक लगाकर उसकी जगह आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. साथ ही, सफाई कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण मुहैया कराना और उन्हें उचित प्रशिक्षण देना भी आवश्यक है.
Jal Nigam
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