Nagar Nigam: नगर निगम के विकास कार्य और अवैध निर्माण पर सवाल?
Nagar Nigam: लखनऊ, नगर निगम शहर में 14 करोड़ रुपये की लागत से सड़क, फुटपाथ, नाली व अन्य विकास कार्य कराने जा रहा है। शासन से मिले बजट से 31 विकास कार्य किए जाएंगे। कुछ कार्यों के टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और कुछ की होने वाली है। हालांकि, अवैध निर्माण के मामले भी सामने आ रहे हैं।
विकास कार्य में तेजी नगर निगम के मुख्य अभियंता महेश वर्मा के मुताबिक, शासन से मिले 15वें वित्त मद से मिले बजट से 31 विकास कार्य कराए जाएंगे। इनमें पेवर व आरसीसी सड़कों के काम शामिल हैं। कामों की गुणवत्ता की राइट्स संस्था से जांच कराई जाएगी।
पार्षद कोटे के टेंडरों में देरी पार्षद कोटे से कराए जाने वाले कार्यों के टेंडर नवंबर के बाद नहीं किए जाएंगे। मुख्य अभियंता ने सभी जोनल अभियंताओं को निर्देश दिया है कि वे पार्षद कोटे के बचे कामों की टेंडर प्रक्रिया इसी महीने पूरी कर लें।
अवैध निर्माण का बोलबाला सील की गई इमारतों में निर्माण कार्य जारी रहना और इमारतें बनकर तैयार हो जाना, एलडीए इंजीनियरों की मिलीभगत की ओर इशारा करता है। गुलजारनगर, गोमतीनगर की सृजन विहार कॉलोनी और किसान पथ पर अवैध निर्माण सील किए जाने के बावजूद काम चलता पाया गया। यहां तक कि इमारतें बनकर तैयार हो गईं और लोग उन्हें खरीदकर रहने लगे।
इंदिरानगर के चांदन में एलडीए की टीम ने हाल ही में एक अवैध कॉम्प्लेक्स पर बुलडोजर चलाया। हालांकि, कॉम्प्लेक्स के अलावा यहां पर 88 रो हाउस बनाकर बेच दिए गए थे। अदालत से स्टे मिलने के कारण कार्रवाई बाधित हो गई।
सवाल उठ रहे हैं अवैध निर्माण के बढ़ते मामलों से प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि एलडीए इंजीनियरों की मिलीभगत के बिना इतने बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण संभव नहीं है। प्रशासन को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और भविष्य में ऐसे मामलों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए।
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