भारत-मालदीव के द्विपक्षीय संबंध होंगे और मजबूत, जयशंकर बोले-दोनों देशों के लोगों की भलाई ही होगा फोकस
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने समकक्ष के निमंत्रण पर दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर मालदीव गए हुए हैं। विदेश मंत्री दौरे के दूसरे दिन आज मालदीव में नेशनल कॉलेज फॉर पुलिसिंग एंड लॉ एनफोर्समेंट का उद्घाटन करने वाले हैं। इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि भारत-मालदीव साझेदारी हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लगभग हर पहलू में सहयोग को कवर करती है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के जुड़ाव का फोकस हमारे लोगों की भलाई है।
भारत हमेशा ‘पड़ोसी पहले’ की नीति पर चलेगा
विदेश मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मालदीव की ‘इंडिया फर्स्ट’ की नीति और भारती की ‘पड़ोसी पहले’ की नीति केवल वाक्यांश नहीं हैं, बल्कि भारत-मालदीव संबंधों का आधार है। मालदीव में राष्ट्रीय पुलिस और कानून प्रवर्तन कालेज का उद्घाटन अवसर पर उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी परियोजना है जिसकी मैंने वर्षों से निगरानी की है। जयशंकर ने कहा कि यह परियोजना दोनों देशों की विकास साझेदारी का वास्तविक प्रतीक है और इस भावना का वर्णन करना मेरे लिए मुश्किल है।
जयशंकर ने आगे कहा कि पिछले कुछ समय में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह के नेतृत्व में भारत-मालदीव की साझेदारी ने वास्तव में अभूतपूर्व पैमाने पर एक गतिशीलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी आगे भी जारी रहेगी और सभी की भलाई के लिए काम करेगी।
हिंद महासागर क्षेत्र में शांति के लिए सहयोग जारी रखेंगेः अब्दुल्ला शाहिद
इस अवसर पर मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने भारत की खूब तारीफ की और कहा कि भारत हमारा सबसे भरोसेमंद साथी है जिसके चलते हमारा आपसी सम्मान का रिश्ता विश्वास पर आधारित है। उन्होंने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए सहयोगात्मक प्रयास की आवश्यकता है और यह इस वास्तविकता के समर्थन में है कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मालदीव और भारत के बीच सहयोग भी मजबूत हो रहा है जो आगे भी जारी रहेगा।
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