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लखनऊ में कुकरैल को मिला नया जीवन: अतिक्रमण हटाकर बनाई जाएगी हरियाली, जानें पूरी योजना

कुकरैल नदी किनारे होगा सुंदरीकरण, 15 एकड़ में होगा पौधरोपण

Akbar Nagar: लखनऊ के लोगों के लिए खुशखबरी है! राजधानी लखनऊ की लाइफलाइन कही जाने वाली कुकरैल नदी को अतिक्रमण से मुक्ति दिला दी गई है. अकबरनगर में चलाए गए बड़े अभियान के तहत 1800 से अधिक अतिक्रमण हटाए गए हैं. अब इस इलाके में हरियाली लाने की योजना है. आइए जानें पूरी डिटेल…

अतिक्रमण हटाकर होगा कुकरैल का सुंदरीकरण

लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) और नगर निगम ने मिलकर कुकरैल नदी किनारे के अतिक्रमण हटाने का अभियान पूरा कर लिया है. इस अभियान में मकान, दुकानों के अलावा धार्मिक स्थल मस्जिद और मंदिर भी शामिल थे. अब खाली हुए इस क्षेत्र में 15 दिनों के अंदर मलबा हटाकर सुंदरीकरण का काम शुरू कर दिया जाएगा.

नदी के किनारे हरियाली का होगा विकास

एलडीए की योजना है कि कुकरैल नदी के किनारे करीब 15 एकड़ जमीन पर पौधरोपण किया जाए. साथ ही नदी के बांधों पर सड़कें बनाई जाएंगी और लाइटें भी लगाई जाएंगी. इससे न सिर्फ नदी का सौंदर्यीकरण होगा बल्कि लोगों को टहलने और घूमने के लिए भी एक बेहतरीन जगह मिल सकेगी.

सिंचाई विभाग करेगा नदी का पुनर्जीवन

अतिक्रमण हटाने के बाद अब कुकरैल नदी को उसके प्राकृतिक स्वरूप में लाने की कोशिश की जाएगी. इस काम के लिए सिंचाई विभाग को 2.5 करोड़ रुपये आवंटित कर दिए गए हैं. माना जा रहा है कि जल्द ही नदी के पुनर्जीवन का काम भी शुरू हो जाएगा.

विस्थापितों को एलडीए दे चुका है आवास

अतिक्रमण हटाने के दौरान बेघर हुए लोगों को भी ध्यान में रखा गया है. एलडीए ने 1679 विस्थापित परिवारों को पहले ही आवास आवंटित कर दिए हैं. साथ ही सामान शिफ्ट करने में भी उनकी मदद की गई थी.

नगर निगम की जमीन भी हुई वापस

अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान एक चौंकाने वाली बात सामने आई. अकबरनगर के पास स्थित एक चार मंजिला इमारत को खुद नगर निगम भूल गया था. यह इमारत जर्जर हालत में पहुंच चुकी थी. जब अवैध निर्माण हटाए जा रहे थे तो पता चला कि यह इमारत तो नगर निगम की ही है. इसके बाद नगर निगम ने अपने कब्जे वाली करीब 2.5 हेक्टेयर जमीन को वापस लिया और इमारत को भी गिरा दिया गया.

नगर निगम बनाएगा हाइटेक कार्यालय

अब इस खाली कराई गई जमीन पर नगर निगम जोन सात का हाइटेक कार्यालय बनाने की तैयारी चल रही है. इस कार्यालय में बेसमेंट पार्किंग के साथ चार मंजिल होंगी. इनमें से दो फ्लोर किराए पर दिए जाएंगे और बाकी दो फ्लोर नगर निगम अपने इस्तेमाल में रखेगा.

कुकरैल को नया जीवन देने का प्रयास

लखनऊ में चलाया गया यह अतिक्रमण हटाओ अभियान न सिर्फ कुकरैल नदी को बचाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है बल्कि इससे पर्यावरण को भी बढ़ावा मिलेगा. उम्मीद की जाती है कि जल्द ही लखनऊ के लोग साफ और सुंदर कुकरैल नदी का नजारा देख पाएंगे.


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इ-पेपर : Divya Sandesh

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