कानपुर में बनने लगा सर्जिकल स्ट्राइक के लिए अचूक पैराशूट, विदेशी मॉडल से आधी कीमत!
30 हजार फीट ऊंचाई से कूदने में सक्षम, जमीन पर सटीक लैंडिंग भी कराएगा
Kanpur News: कानपुर. भारतीय सेना की ताकत में इजाफा! कानपुर की आयुध पैराशूट निर्माणी (ओपीएफ) में भारतीय वायुसेना के लिए खास तौर पर डिजाइन किए गए अत्याधुनिक पैराशूट का उत्पादन जल्द शुरू होने वाला है. ये अचूक पैराशूट (एमसीपीएस) सर्जिकल स्ट्राइक जैसे महत्वपूर्ण अभियानों को अंजाम देने में गेम चेंजर साबित हो सकता है.
सफल परीक्षण के बाद उत्पादन की तैयारी
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की हवाई वितरण अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एडीआरडीई) द्वारा विकसित इस पैराशूट का सफल परीक्षण किया जा चुका है. इसे देखते हुए ओपीएफ में इसके उत्पादन की तैयारी तेजी से शुरू कर दी गई है. भारतीय वायुसेना को जल्द ही इसका ऑर्डर मिलने की उम्मीद है.
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विशेषताएं बढ़ाएंगी सैनिकों की क्षमता
- 30,000 फीट की ऊंचाई से कूदने की क्षमता रखने वाला ये पैराशूट सैनिकों को ऊंचाई पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएगा.
- 5,000 फीट की कम ऊंचाई पर भी आसानी से खुलने की ताकत रखता है, जिससे जमीन के नजदीक सैनिकों को तैनात करना आसान होगा.
- सिर्फ 18 किलो वजन का ये पैराशूट सैनिकों की गतिशीलता में कोई बाधा नहीं डालेगा.
- 200 किलो पेलोड उठाने की क्षमता रखने वाला ये पैराशूट हथियार और जरूरी सामान ले जाने में सैनिकों की मदद करेगा.
- जमीन के करीब सैनिकों को तैनात करने की खासियत लक्ष्य पर सटीकता बढ़ाने में सहायक होगी.
- मेन पैराशूट खराब होने की स्थिति में भी पैराशूट कंप्यूटर से जुड़े कैनोपी और पैराग्लाइडिंग सिस्टम से सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करेगा.
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स्वदेशी तकनीक, कम लागत – भारत की मजबूती
विदेशी मॉडलों के मुकाबले इस स्वदेशी पैराशूट की लागत काफी कम है. विदेशी मॉडल की लागत 50 से 55 लाख रुपये के बीच है, जबकि इस स्वदेशी मॉडल को बनाने में सिर्फ 13 से 15 लाख रुपये का खर्च आएगा. ये ना सिर्फ सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा बल्कि विदेशी निर्भरता को कम कर भारत की आत्मनिर्भरता को मजबूत करेगा.
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