Vaibhav Suryavanshi: अंडर-19 में आंसू, IPL में इतिहास! सबसे युवा शतकवीर की प्रेरणादायक कहानी

Vaibhav Suryavanshi: नई दिल्ली (लखनऊ से): क्रिकेट की दुनिया में किस्मत कब पलट जाए, कोई नहीं जानता। वैभव सूर्यवंशी की कहानी इसी अप्रत्याशित मोड़ का जीता-जागता उदाहरण है। साल 2023 में अंडर-19 वनडे चैलेंजर ट्रॉफी के एक मैच में इंडिया-बी का प्रतिनिधित्व करते हुए वैभव 49 गेंदों में 34 रन बनाकर रन आउट हो गए थे। अपनी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील न कर पाने के दुख से वह ड्रेसिंग रूम में फूट-फूट कर रोने लगे थे। किसे पता था कि यह आंसू भरी निराशा भविष्य में एक स्वर्णिम अध्याय लिखने वाली है?
आज, वही वैभव सूर्यवंशी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के इतिहास में सबसे कम उम्र में शतक बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने गुजरात टाइटंस के खिलाफ तूफानी पारी खेलकर यह अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की। लेकिन इस सफलता की नींव तब पड़ी, जब महान बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने युवा वैभव की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें ढांढस बंधाया।
वैभव के कोच मनोज ओझा ने बताया कि लक्ष्मण ने उनकी प्रतिभा को बहुत जल्द पहचान लिया था और बीसीसीआई ने भी उनका पूरा साथ दिया। इसके बाद लक्ष्मण ने वैभव के नाम की सिफारिश राजस्थान रॉयल्स के हेड कोच राहुल द्रविड़ से की। पिछले साल आईपीएल मेगा ऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स ने इस युवा प्रतिभा को 1.1 करोड़ रुपये की भारी कीमत पर खरीदा।
हालांकि, यह देखना दिलचस्प था कि क्या 14 वर्षीय यह किशोर आईपीएल जैसे बड़े मंच पर खेलने का मौका पाएगा। आईपीएल में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ टी20 क्रिकेटर खेलते हैं। लेकिन किस्मत ने वैभव का साथ दिया। राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन की चोट ने टीम के बल्लेबाजी क्रम में एक खाली जगह बना दी, और वैभव को शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करने का सुनहरा अवसर मिला।
लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ उन्हें ओपनिंग करने का मौका मिला, और यहीं से इतिहास बनना शुरू हुआ। वैभव ने अपनी आईपीएल करियर की पहली ही गेंद पर भारत के अनुभवी ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर को छक्का जड़कर सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया। उन्होंने उस मैच में 34 रन बनाए और अपनी प्रतिभा की झलक दिखाई।
अपने दूसरे मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ उन्होंने भुवनेश्वर कुमार जैसे अनुभवी गेंदबाज को दो शानदार छक्के मारे, जिससे यह साबित हो गया कि पहले मैच की सफलता محض तुक्का नहीं थी। और फिर आया वह ऐतिहासिक पल, जब उन्होंने अपने तीसरे मैच में गुजरात टाइटंस के खिलाफ तूफानी शतक जड़ दिया। इस शतक के साथ ही वह न सिर्फ आईपीएल बल्कि टी20 क्रिकेट के इतिहास में सबसे कम उम्र में शतक बनाने वाले बल्लेबाज बन गए।
वैभव सूर्यवंशी की कहानी किसी प्रेरणादायक फिल्म से कम नहीं है। यह दिखाती है कि प्रतिभा, कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गजों ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें आगे बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आज वैभव आईपीएल में चमक रहे हैं और पूरी दुनिया उनकी बल्लेबाजी का लोहा मान रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यह युवा सनसनी आगे क्या कमाल करता है। क्या वह भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी जगह बना पाएंगे? क्या वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार होंगे? वक्त ही बताएगा, लेकिन एक बात तय है – वैभव सूर्यवंशी एक असाधारण प्रतिभा के धनी हैं और उनमें अपार संभावनाएं हैं। उनकी यह कहानी युवा खिलाड़ियों को कभी हार न मानने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करती रहेगी।
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