Women crime: लखनऊ में महिला सुरक्षा की विफलता: बढ़ते अपराध, खोखले दावे

Women crime: लखनऊ, उत्तर प्रदेश – लखनऊ में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, जो स्थानीय प्रशासन और पुलिस के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। शासन और पुलिस द्वारा महिला सुरक्षा के लिए किए जा रहे दावों के बावजूद, बलात्कार, सामूहिक बलात्कार, छेड़छाड़ और अश्लील हरकतों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
दैनिक मामले और आँकड़े:
राजधानी लखनऊ में प्रतिदिन औसतन 25 से अधिक महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। इन मामलों में त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है, और कुछ मामलों में लापरवाही भी सामने आई है। पिछले एक वर्ष के आंकड़ों के अनुसार, कैंट सर्किल महिला संबंधित शिकायतों के मामले में सबसे ऊपर है।
विभिन्न विभागों में शिकायतें:
राष्ट्रीय और राज्य महिला आयोग, 1090 वीमेन पावर हेल्पलाइन और अन्य संबंधित विभागों में भी महिलाओं के खिलाफ अपराधों की शिकायतें लगातार पहुंच रही हैं। लखनऊ से संबंधित शिकायतों को वीमेन क्राइम एंड सिक्योरिटी विंग में भेजा जाता है, जहाँ से उन्हें संबंधित थानों के एसीपी को भेजा जाता है, ताकि त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
कैंट सर्किल में सर्वाधिक शिकायतें:
पिछले एक साल के आंकड़ों के अनुसार, पूर्वी जोन के एसीपी कैंट सर्किल (कैंट, आलमबाग, आशियाना और पीजीआई थाना) में 388 शिकायतें दर्ज की गई हैं, जो सभी सर्किलों में सर्वाधिक हैं। दक्षिणी जोन के कृष्णानगर सर्किल (कृष्णानगर, सरोजनीनगर, बिजनौर और बंथरा थाना) में 314 शिकायतें और मध्य जोन के कैसरबाग सर्किल (कैसरबाग, अमीनाबाद और नाका थाना) में 95 शिकायतें दर्ज की गई हैं।
महिला सुरक्षा के लिए योजनाएं:
महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई योजनाओं को लागू किया गया है, जिनमें शामिल हैं:
- 1090 वीमेन पावर लाइन
- प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क
- वीमेन क्राइम एंड सिक्योरिटी विंग
- राष्ट्रीय और राज्य महिला आयोग
- डायल 112
- एंटी रोमियो स्क्वाड
पुलिस की भूमिका और चुनौतियाँ:
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कई बार थानों और चौकियों पर शिकायतों पर ठीक से ध्यान नहीं दिया जाता है, जिससे पीड़ितों को अन्य जगहों पर शिकायत करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। स्थानीय स्तर पर शिकायतों का त्वरित और प्रभावी समाधान आवश्यक है ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके।
लखनऊ में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि एक गंभीर समस्या है, जिसके लिए तत्काल और प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है। पुलिस और प्रशासन को मिलकर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
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