धर्म-कर्म

Badrinath Dham: बदरीनाथ धाम में देर रात्रि हुई भगवान वराह की पूजा!

बदरीनाथ धाम में भगवान वराह के प्राकट्य दिवस पर विशेष पूजा

Badrinath Dham: बदरीनाथ धाम, 26 अगस्त : उत्तराखंड के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बदरीनाथ धाम में भगवान विष्णु के तीसरे अवतार, भगवान वराह के प्राकट्य दिवस के अवसर पर सोमवार देर रात विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। यह पूजा सभी भक्तों की सुख-समृद्धि और कल्याण की कामना के साथ की गई। 🙏

पूजा का विशेष आयोजन

बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के मीडिया प्रभारी, डॉ. हरीश गौड़ ने इस आयोजन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बदरीनाथ धाम के रावल अमरनाथ नंबूदरी ने देर रात अलकनंदा नदी के तट पर स्थित पवित्र वराह शिला और मां अलकनंदा गंगा जी का विधिवत पूजन और आरती की। इस दौरान पूरे विधि-विधान के साथ अनुष्ठान संपन्न किए गए, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु और मंदिर समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।

Badrinath Dham: पूजा में शामिल प्रमुख व्यक्ति

इस महत्वपूर्ण पूजा में कई प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं, जिनमें मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविंद्र भट्ट, नायब रावल सूर्यराग नंबूदरी, पूजा प्रभारी केदार सिंह रावत, अमित बंदोलिया, रघुवीर पुंडीर, राजदीप सनवाल, विकास सनवाल, दर्शन कोटवाल, और योगेश्वर पुरोहित जैसे प्रमुख व्यक्ति मौजूद थे। इन सभी ने मिलकर भगवान वराह और मां अलकनंदा का आशीर्वाद प्राप्त किया।

वराह अवतार का महत्व

सनातन धर्म में भगवान विष्णु के वराह अवतार को विशेष महत्व दिया गया है। मान्यता है कि इस अवतार में भगवान विष्णु ने पृथ्वी को हिरण्याक्ष नामक राक्षस से बचाया था, जो पृथ्वी को पाताल लोक में ले गया था। भगवान वराह ने पृथ्वी को अपने दांतों पर उठाकर पुनः स्थापित किया था। यह अवतार धर्म की विजय और सृष्टि के कल्याण का प्रतीक माना जाता है। 🌍

यह धार्मिक आयोजन बदरीनाथ धाम की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को और भी मजबूत करता है, जो हर साल लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है।

Badrinath Dham

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