केजरीवाल का सीएए पर हमला, बताया “वोट बैंक की राजनीति”
सीएए पर केजरीवाल का विरोध: "देश के युवाओं को रोजगार नहीं, पाकिस्तानियों को नागरिकता?
CAA: नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह कानून देशहित में नहीं है और भाजपा इसका इस्तेमाल सिर्फ वोट बैंक बनाने के लिए कर रही है।
केजरीवाल के आरोप:
- केजरीवाल ने कहा कि सीएए लाकर भाजपा पाकिस्तानियों को नागरिकता दे रही है, जबकि देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है।
- उन्होंने कहा कि सीएए से असम, मेघालय और त्रिपुरा जैसे उत्तर पूर्वी राज्यों को सबसे ज्यादा नुकसान होगा, क्योंकि वहां पहले से ही घुसपैठ की समस्या है।
- केजरीवाल ने दावा किया कि भाजपा चुनावी फायदे के लिए सीएए (CAA) लाई है और अपना वोट बैंक तैयार कर रही है।
सीएए वापस लेने की मांग:
केजरीवाल ने केंद्र सरकार से सीएए को वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसा नहीं करती है, तो आगामी चुनावों में जनता भाजपा को इसका जवाब देगी।
सीएए के बारे में:
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) दिसंबर 2019 में पारित किया गया था। इस कानून के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारत की नागरिकता दी जा सकती है, लेकिन मुसलमानों को इससे बाहर रखा गया है। इस कानून को लेकर देशभर में काफी विरोध प्रदर्शन हुए थे।
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