डीओपीटी की सचिव और पूर्व डीजीपी की पुत्री को दान में मिला 10 करोड़ का मकान
सत्ता के गलियारों में तैर रहा है ताकतवर आईएएस और आईपीएस दम्पत्ति का कारनामा
- दानकर्ता का नहीं है पूर्व डीजीपी और सचिव डीओपीटी से रक्त संबंध
- शासन से लेकर प्रशासन तक जिम्मेदारों ने साधी चुप्पी
- त्वरित गति से नोएडा एथारिटी ने पूरी की नामांतरण प्रक्रिया
- सवालों के घेरे में ताकतवर नौकरशाही की पुत्री को दान में दिया गया 10 करोड़ का मकान
जितेन्द्र प्रताप सिंह
DOPT : लखनऊ। अगर आपकी मां आईएएस और पिता आईपीएस हैं तो दुनिया मेहरबान हो सकती है। अगर मां केन्द्र सरकार में मां डीओपीटी में सचिव हो और पिता यूपी के कार्यवाहक डीजीपी रहे हों तो दुनिया बगैर रक्त संबंध के कुछ भी दान कर सकती है। ऐसा एक मामला यूपी के सबसे ताकतवर आईएएस और आईपीएस अभिभावक का सामने आया है। केन्द्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DOPT) डीओपीटी में तैनात सचिव एस. राधा चौहान और यूपी के पूर्व डीजीपी देवेन्द्र सिंह चौहान की पुत्री अमशुला चौहान को नोयडा का लगभग 10 करोड़ का एक बेशकीमती मकान गिफ्ट किया गया है। सबसे रोचक बात यह है कि मकान दान करने वाले से रक्त संबंध नहीं है। सत्ता के गलियारों में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है, लेकिन मामला ताकतवर नौकरशाहों का होने के कारण जिम्मेदारों ने चुप्पी साध रखी है।
यहाँ पढ़े : यूपी में कांग्रेस की बैशाखी बनने के लिए मचल रही हैं सपा-बसपा!
उल्लेखनीय है कि न्यू ओखला इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एथारिटी के रिकार्ड के मुताबिक ट्रांसफर मेमोरेंडम के लिए रिक्वेस्ट रिफरेंस नम्बर 177129 और रजिस्ट्रेशन आईडी नम्बर 30003497 के तहत मकान नम्बर 109, सेक्टर 15ए, नोयडा, गौतम बुद्घ नगर की इस प्रापट्री के ट्रांसफर के लिए आवेदन किया गया। इस पर एथारिटी ने त्वरित गति से कार्य करते हुए 30 नवम्बर 2021 को ट्रांसफर प्रक्रिया पर मुहर लगा दी। डीओपीटी में तैनात वरिष्ठï आईएएस और सचिव एस. राधा चौहान और यूपी के चर्चित पूर्व डीजीपी देवेन्द्र सिंह चौहान की पुत्री अमशुला चौहान ने एथारिटी में 1 दिसम्बर 2021 को नामांतरण (नामांतरण) के लिए आवेदन किया। इस आवेदन पत्र पर एथारिटी ने मकान ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी कर दी।
यहाँ पढ़े : BSP : तैयार हो रही है कांग्रेस और बसपा गठबंधन की स्क्रिप्ट!
पूर्व डीजीपी और डीओपीटी (DOPT) की सचिव की बेटी को यह मकान नम्बर 109, सेक्टर 15ए, नोयडा, गौतम बुद्घ नगर की निवासिनी अरूणा मोहन हैं। अरूणा मोहन ललित एंड कम्पनी के मालिक दिवंगत राजेन्द्र मोहन की पत्नी हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि अरूणा मोहन का न तो पूर्वी डीजीपी और उनकी आईएएस पत्नी एस. राधा चौहान व उनकी पुत्री अमशुला चौहान से रक्त का संबंध नहीं है। ऐसे में करोड़ों रुपए के मकान को दान में मिलने पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
यहाँ पढ़े : माया बनेंगी मुस्लिमों की नई रहनुमा!
इस संबंध में न्यू ओखला इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एथारिटी के आला अफसर और डीओपीटी (DOPT) में तैनात सचिव एस. राधा चौहान और यूपी के पूर्व डीजीपी देवेन्द्र सिंह चौहान और मकान दान करने वाली दानकर्ता अरूणा मोहन व दान में मकान पाने वाली अमशुला चौहान से टेलीफोनिक सम्पर्क किए जाने पर प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई।
यहाँ पढ़े : पूर्व मंत्री धर्म सिंह को 70 और आईएएस प्रशांत त्रिवेदी को 25 लाख मिला
इ-पेपर : Divya Sandesh