Lucknow Bank Robbery: इंडियन ओवरसीज बैंक में लॉकर चोरी का रहस्य गहराया, 10 किलो सोना अभी भी लापता
Lucknow Bank Robbery: लखनऊ, अयोध्या रोड स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में हुई सनसनीखेज लॉकर चोरी का मामला अभी भी पूरी तरह से सुलझा नहीं है। पुलिस की सक्रियता के बावजूद, चोरी हुए माल का एक बड़ा हिस्सा, जिसमें करीब 10 किलो सोना, चांदी और नकद शामिल है, अभी भी बरामद नहीं हो पाया है। इस घटना ने बैंक सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मुख्य आरोपी का खुलासा:
गाजीपुर जेल में बंद मुख्य आरोपी विपिन से पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। उसने बताया कि चोरी किए गए माल का एक हिस्सा लखनऊ और सीतापुर स्थित उसके गांव में अलग-अलग जगहों पर छिपाया गया है। पुलिस अब विपिन को रिमांड पर लेकर इन छिपे हुए खजानों की तलाश में छापेमारी करने की तैयारी कर रही है।
अब तक की बरामदगी:
पुलिस ने अब तक इस मामले में लगभग 6 किलो सोना, 14 किलो चांदी और 13 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। हालांकि, बैंक के रिकॉर्ड के अनुसार, चोरी हुए सोने की मात्रा लगभग 16 किलो है। इससे स्पष्ट है कि अभी भी काफी मात्रा में कीमती सामान बरामद होना बाकी है।
जालंधर जेल कनेक्शन:
इस चोरी की योजना जालंधर जेल में बनी थी। इस वारदात में कुल सात चोर शामिल थे, जिनमें से दो पुलिस मुठभेड़ में मारे गए थे। चार आरोपी अरविंद कुमार, बलराम कुमार, मिथुन और कैलाश बिंद लखनऊ जेल में बंद हैं, जबकि मुख्य आरोपी विपिन गाजीपुर जेल में है। जांच में पता चला है कि इन सभी आरोपियों का जालंधर जेल में संपर्क हुआ था, जहाँ उन्होंने इस बड़ी चोरी की साजिश रची थी।
अंबाला में भी चोरी:
जांच में यह भी पता चला है कि सोविंद और उसके भाई मिथुन ने 2023 में अंबाला जिले में भी एक बैंक के लॉकर को तोड़कर 11 किलो सोना चुराया था। इससे पता चलता है कि यह गिरोह पहले से ही इस तरह की वारदातों में शामिल था।
पुलिस की कार्रवाई:
लखनऊ पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है और बाकी के माल को बरामद करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। मुख्य आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ और छापेमारी की योजना बनाई जा रही है।
Lucknow Bank Robbery
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