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मथुरा में दिव्यांग भाइयों के लिए राखियां बनी आकर्षण का केन्द्र

Raksha Bandhan : मथुरा। दिव्यांगों के उत्थान के लिए समर्पित संस्था कल्याणं करोति द्वारा संचालित सम्बल विद्यालय में दिव्यांग बालिकाएं अपने दिव्यांग भाइयों तथा समाज के लिए राखी बना रही हैं।

कल्याणं करोति के महासचिव सुनील शर्मा ने बताया कि दिव्यांग बच्चों में संस्कार पैदा करने के लिए समय समय पर त्योहारों से संबंधित कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। इसी के अन्तर्गत राखी बनाने की कार्यशाला समापन पर है। इस कार्यशाला में बालिकाओं द्वारा बनाई गईं राखियों को वे रक्षाबंधन पर दिव्यांग भाइयों को बांधने के साथ साथ सामान्य जन को भी बाधेंगी। ये राखियां सूती और रेशमी धागे से तैयार की जा रही हैं तथा इन्हें विभिन्न तरीके अपनाकर आकर्षक बनाया गया है। इनमें मोरपंख की राखी, घड़ी की राखी,बिहारी जी की राखी की मांग अधिक है।

वैसे अधिकांश राखियां रंग बिरंगी रूई और मोतीसे बनाई गई हैं। घड़ी की राखी में जूट का प्रयोग कर उसे असली घड़ी का स्वरूप दिया गया है। इन राखियों को स्टाल लगाकर आमजन केा भी बेंचा जाता है तथा उससे प्राप्त राशि दिव्यांग बालिकाओं में वितरित कर दी जाती है।

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शर्मा ने बताया कि दिव्यांग बच्चों द्वारा इसी प्रकार दीपावली पर दीपक एवं आकर्षक मोमबत्ती तथा होली पर पर्यावरण हितैषी आर्गैनिक गुलाल भी बनाया जाता है। संम्बल विद्यालय के दिव्यांगों को आत्म निर्भर बनाने की दिशा में संस्था फिलहाल उनसे ठाकुर की पोशाक तैयार करा रही है तथा दिव्यांगों द्वारा ही दिव्यांगों के लिए उपकरण तैयार किये जा रहे हैं।

उन्होने कहा कि दिव्यांग बेटियां अब तक 2100 से अधिक राखी तैयार कर चुकी हैं तथा राखियों का बनना जारी है।कुल मिलाकर भाई बहन का यह त्योहार दिव्यांग लड़कियों में शिक्षा के प्रति नई ऊर्जा पैदा कर रहा है।

Raksha Bandhan


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