Prayagraj: गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में रविवार को करीब नौ लाख लोगों ने पुण्य की डुबकी लगाई। मकर संक्रांति की मान्यता इस वर्ष 15 जनवरी को है। ज्योतिषियों के अनुसार सूर्य रविवार की रात 2.54 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
उदया तिथि की मान्यता होने के कारण सोमवार को ही मकर संक्रांति स्नान का पुण्य मिलेगा। बावजूजद इसके 14 जनवरी को स्नान की परंपरा होने के कारण देश के कोने-कोने से श्रद्धालु शनिवार की रात को ही संगम तट पर पहुंच गए।
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