Tata Motors: नई दिल्ली, टाटा मोटर्स ने बाजार को चौंकाते हुए यह घोषणा की है कि वे दो अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में विभाजित होने की योजना बना रहे हैं। आइए जानें इस विभाजन के बारे में सब कुछ और यह आपके निवेश के लिए क्या मायने रखता है।
दो नई कंपनियां:
विभाजन के बाद, दो नई कंपनियां अस्तित्व में आएंगी। पहली कंपनी में कमर्शियल वाहन (सीवी) बिजनेस होगा, जबकि दूसरी कंपनी में पैसेंजर व्हीकल (पीवी), इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी), जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) और अन्य यात्री वाहन व्यवसाय शामिल होंगे।
विभाजन के लाभ:
टाटा मोटर्स (Tata Motors) का दावा है कि इस विभाजन से दोनों कंपनियों को अपना फोकस बढ़ाने, अधिक चुस्तीली बनने और बाजार के अवसरों का बेहतर लाभ उठाने में मदद मिलेगी। कंपनी का मानना है कि यह विभाजन उन्हें भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम बनाएगा।
समयसीमा और प्रभाव:
विभाजन की प्रक्रिया को पूरा करने में 12-15 महीने का समय लग सकता है। कंपनी का कहना है कि इस विभाजन का कर्मचारियों, ग्राहकों और व्यापार भागीदारों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।
आपके लिए मायने रखता है?
यह कहना मुश्किल है कि विभाजन आपके लिए फायदेमंद होगा या नहीं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस प्रकार के निवेशक हैं और आपका निवेश का लक्ष्य क्या है।
दीर्घकालिक निवेशकों के लिए फायदेमंद:
यदि आप एक दीर्घकालिक निवेशक हैं, तो यह विभाजन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। विभाजन के बाद, आपके पास दो अलग-अलग कंपनियों में शेयर होंगे, जो आपके निवेश को विविध बनाने और जोखिम कम करने में मदद कर सकता है।
निवेश रणनीति पर निर्भर:
यदि आप विकास की तलाश में निवेश करते हैं, तो आप पैसेंजर व्हीकल और ईवी सेक्टर वाली नई कंपनी में अधिक रुचि रख सकते हैं। वहीं, आय की तलाश करने वाले निवेशक कमर्शियल वाहन सेक्टर वाली कंपनी पर विचार कर सकते हैं।
यह भी पढ़े: बहुजनों को अखर रही है ‘बहनजी’ की चुप्पी!
इ-पेपर : Divya Sandesh