धर्म-कर्म

परशुराम जयंती : परशुराम जयंती आज, जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

परशुराम जयंती वैशाख शुक्‍ल की तृतीया को मनाई जाती है. इस दिन अक्षय तृतीया का पर्व भी मनाया जाता है. पौराणिक मान्यता के अनुसार इसी दिन भगवान परशुराम जी का जन्म हुआ था. भगवान परशुराम, भोलेनाथ के परम भक्‍त हैं और उनको प्रसन्‍न करने के लिए परशुराम जी ने कठोर तपस्या की थी. परशुराम जी की तपस्‍या से प्रसन्‍न होकर भगवान शिव ने परशुराम को परशु यानी कि फरसा दिया था. इसलिए उन्‍हें परशुराम कहा जाता है. परशुराम जी को भगवान विष्‍णु का अवतार भी माना जाता है. पौराणिक कथाओं में वे अपने प्रताप, ज्ञान, भक्ति के अलावा अपने गुस्‍से के लिए भी जाने जाते हैं.

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आज मनाई जाएगी परशुराम जयंती 

इस साल परशुराम जयंती आज यानी कि 3 मई को मनाई जाएगी. माना जाता है कि भगवान परशुराम का जन्‍म धरती पर राजाओं द्वारा फैलाए गए अधर्म, पाप को खत्‍म करने के लिए हुआ था. उन्‍हें भगवान शिव का एकमात्र शिष्‍य भी माना जाता है. परशुराम जी से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं मशहूर हैं.

वैशाख शुक्‍ल की तृतीया 3 मई, मंगलवार की सुबह 05:20 बजे से शुरू होगी और 4 मई, बुधवार की सुबह 07:30 बजे तक रहेगी. परशुराम जयंती के दिन सुबह जल्‍दी स्‍नान करके व्रत का संकल्‍प लें. एक चौकी पर पीले या लाल रंग का साफ कपड़ा बिछाकर भगवान परशुराम की तस्‍वीर या मूर्ति स्‍थापित करें. चंदन-अक्षत से तिलक लगाने के बाद उन्‍हें फूल, फल, मिठाई अर्पित करें. घी का दीपक लगाएं. मंत्र जाप करें. धूप दिखाएं. आखिर में आरती करें.


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